तेरे बाद ज़िन्दगी कैसी होंगी
तेरे बाद ज़िन्दगी पता नहीं कैसी होंगी..
जिसका तसव्वुर करते हुए रूह काँप जाती है... शायद वैसी होंगी....
मेरा मुकद्दर तेरी मोहब्बत पर टिका है....
दर दर्द दिल का तेरे लफ्ज़ से मिला है...
ना कोई सोच सकता है....
ना मै बता सकती हूँ.
तेरे बाद पता नहीं ज़िन्दगी कैसी होंगी...
फ़िज़ा तन्वी
Niraj Pandey
19-Oct-2021 12:19 AM
बहुत खूब
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ऋषभ दिव्येन्द्र
18-Oct-2021 08:00 PM
बहुत खूब 👌👌
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Swati chourasia
18-Oct-2021 07:53 PM
Nice
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